Tor Browser Kya hai और यह कैसे काम करता हैं – हिंदी में
नमस्कार दोस्तों, कैसे है आप सब। मैंने पिछले पोस्ट में आपको बताया था कि इंटरनेट के Surface Web, Deep Web And Dark Web Kya hai? और आज के इस पोस्ट में बताने जा रहा हु Tor Browser क्या हैं?
और ये आपके किस तरह से काम मे आ सकता हैं, अगर आप नही जानते हैं कि Tor Browser Kya hai? तो चलिए शुरू करते हैं और जानते है इसके बारे में।
आपने कई बार तो ऐसा सुना या देखा ही होगा कोई Hacker किसी Website को Hack कर लेता हैं पर उसकी पहचान को कोई Track नही कर पाता हैं, कि वो वेबसाइट को कहा से हैक किया है उसकी IP Address क्या हैं इसका पता लगा पाना मुश्किल हो जाता हैं.
क्योंकि वह Hacker अपनी असली पहचान और लोकेशन को Track होने से बचा लेता हैं। इसी प्रकार अगर आप चाहे तो इस Tor Browser का इस्तेमाल करके अपनी असली पहचान दुसरो से छुपा कर रख सकते हैं और बिना अपनी पहचान दूसरों को दिखाए Internet, Google पर Safe ढंग से सर्फिंग कर सकते हैं। तो चलिए समझते हैं Tor Browser Kya hai?
Tor Browser Kya hai?
Tor को “The Onion Router” भी कहते हैं यह Browsing के लिए फ्री में उपलब्ध है जिसका इस्तेमाल कोई भी कर सकता हैं, इसको आपको डाउनलोड करके अपने PC में इनस्टॉल करना होगा और साथ ही यह एंड्राइड फ़ोन के लिए भी अवेलेबल है.
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जिसे आप प्लेस्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। ये आपके PC की IP Address को Hide कर देता हैं यानी कि आपके PC के Real Address को दूसरों से बचा कर छिपा कर रखता हैं ताकि आपको कोई Track ना कर पाए।
ये ऐसा करने के लिए आपको एक नई IP Address प्रोवाइड कराता हैं, जिसकी मदद से आप इंटरनेट पर क्या कर रहे है, किन वेबसाइट्स पर जा रहे हैं क्या देख रहे हैं, ये हर सभी जानकारियों को छिपा देता हैं और आपको सेफ रखता हैं।
इसकी सबसे खास बात यह कही जा सकती हैं कि यह Government के द्वारा बंद यानी ब्लॉक की गई साइट्स को भी देखने की सहूलियत देता हैं।
For Example – कई देशों में YouTube की सेवा प्रतिबंधित हैं वहां के लोग यूट्यूब के वीडियोस को देख नही सकते तो वो ऐसे में Tor का इस्तेमाल कर इसके द्वारा दी गयी IP से कनेक्ट हो कर अपनी पहचान को छुपा लेते हैं।
Tor Browser काम कैसे करता हैं?
टोर ब्राउज़र का Concept बहुत ही अलग हैं जैसे आपने देखा होगा कि किसी Onion (प्याज) में बहुत सारी Layers होती हैं उसी Concept पर Tor ब्राउज़र भी काम करता हैं, प्याज की Layers की तरह टोर ब्राउज़र की भी IP’s की बहुत सारी लेयर्स होती हैं जो आपकी पहचान को छुपाने में मदद करती हैं।
जब कोई यूजर टोर ब्राउज़र की मदद से किसी की वेबसाइट ओपन करता है तो टोर उसकी असली पहचान को छुपा देता है जिस से उस वेबसाइट के Admin यानी Owner (मालिक) को असली पहचान का पता नही लग पाता हैं। क्योंकि उसकी IP बदलती रहती हैं.
जैसे – सबसे पहले पहली IP जो है वो दूसरी IP से ढक जाती हैं, दूसरी जो हैं वो तीसरी से, तीसरी IP चौथी से और चौथी पांचवी से ऐसे ही IP’s का चैन बन जाता हैं, और इस से एडमिन को पता नही चल पाता है यूज़र की लोकेशन का।
Example – जैसे कि अगर पहली IP पॉइंट करती हैं US को तो दूसरी पॉइंट करती हैं किसी और देश को इसी तरह बहुत सारी IP Address का चैन बन जाता है।
ताकि जिस से System Confuse हो जाए और यूज़र की IP Safe रहे ताकि यूजर को ट्रैक कर पाना बहुत मुश्किल हो जाए। कुल मिलाकर Tor Browser के इस्तेमाल से आप अपनी Original IP और अपने आप को ट्रैक होने से बचा सकते हैं।
Tor Browser को किस प्रकार के लोग इस्तेमाल करते हैं?
टोर ब्राउज़र को खास कर जो लोग इस्तेमाल करते है उनमें है BlackHat Hackers, GrayHat Hackers एंड WhiteHat Hackers और इसी टाइप के टेक्निकल लोग जो अपनी पहचान को गुमनाम रखना चाहते हैं। आपको सायद पता ही होगा IP यानी Internet Protocol जो कि आपकी Internet की पहचान होती हैं.
जिस से आपकी पहचान का पता चल पाता हैं कि आप इंटरनेट पर क्या है आपकी लोकेशन क्या हैं आप का सर्विस प्रोवाइडर कौन है और भी बहुत कुछ।
जैसे आपकी पहचान के लिए आपके पास Identity Card होता हैं ठीक उसी तरह आपकी एक Internet पर IP भी पहचान होती हैं जो आपके पहचान को बताती है पर यही Tor Browser का काम शुरू होता हैं जो आपके Real Identity को छुपाने में मदद करता हैं। टोर आपके रियल IP को दूसरे IP से बदल देता हैं और दुसरे को अन्य से।
Tor Browser को लोग क्यों इस्तेमाल करते हैं?
इस सवाल का जवाब तो आ समझ ही गए होंगे, टोर ब्राउज़र का इस्तेमाल करके लोग अपने IP Address को छुपाने के लिए यूज़ करते हैं। क्योंकि ये सबसे आसान और सिंपल जरिया है अपने Original IP Address को छुपाने का जिसके बाद कोई भी आसानी से Internet पर Safe ढंग से सर्फिंग कर पाता हैं।
Tor Browser Slow काम क्यों करता हैं?
जैसा कि मैंने पहले ही आपको बताया था कि Tor Browser कई IP’s का इस्तेमाल करता हैं ये डायरेक्ट उसके Server से Connect करने के बजाए, कनेक्शन के हर एक के बीच एक एक नया IP को जोड़ देता हैं जिसके बाद यह कार्य करता हैं.
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इसके IP’s अलग-अलग Country’s से हो कर अपने Relay के साथ सर्किट को पूरा करती हैं फिर उस साइट को ओपन करती हैं जिसकी वजह से यह बहुत Slow कार्य करती हैं, इसके ऐसा करने से आपका ईपी एड्रेस सेफ रहता हैं।
Tor Browser को यूज़ करना Illegal हैं या Legal ?
आपने जो भी अभी तक पढ़ा है उसमें आपको यही लग रहा होगा कि Illegal होगा, यह सवाल थोड़ा सा पेचिदा जरूर हैं, पर अगर आप समझेंगे तो आसान लगेगा। सबसे पहली बात तो यह हैं कि आप इसकी मदद से अपने IP को Hide कर सकते हैं.
पर अगर कायदे से देखा जाए तो Google प्लेस्टोर पर भी ऐसे कई Apps हैं जो IP को हाईड करने में मदद करते है जिसे VPN कहते हैं, तो ये Illegal तो नही हो सकता हैं, क्योंकि गूगल पर खुद इसको मना नही करता हैं।
टोटल मिलाकर अगर हम पॉइंट वाली बात करे तो ये यूज़र के ऊपर देपेंद करता है कि वो Tor Browser को किस तरह से इस्तेमाल कर रहा हैं।
अगर आप केवल Internet चलाने के लिए अपनी Identity को दूसरों से छुपाना चाहते हैं तो यह गलत नही हैं पर वही अगर आप अपना IP Address को छिपा कर कोई Illegal काम के लिए Tor Browser का इस्तेमाल करते हैं तो वो गलत और Illegal हैं।
जिसके लिए आपको सजा भी हो सकती हैं। अगर आप इसकी मदद से अच्छे काम करते हैं और कुछ गलत नही करते है तो ठीक है वही अगर आपने कोई इसकी मदद से गलत काम किया तो वह Online Internet के कानून को तोड़ना होगा जिसके लिए आपके ऊपर सख्त कार्यवाही हो सकती हैं।
मुझे उम्मीद हैं, की आपके सभी डाउट क्लियर हो गए होंगे और आप समझ गए होंगे कि Tor Browser Kya hai और इसको कैसे इस्तेमाल करें। अगर आपका कोई सवाल या जवाब हो तो आप Simply Comment करके बता सकते हैं।