फोन नंबर पोर्ट कैसे करे? आज की के डिजिटल वर्ल्ड में, मोबाइल नंबर सिर्फ कॉल करने का एक तरीका नहीं है – यह आपकी identity का एक हिस्सा है। लेकिन यदि आपका करेंट मोबाइल नेटवर्क आपको परेशानी दे रहा है, जैसे खराब सिग्नल या रिचार्ज महेंगा?
ऐसे में क्या करे? तो आप चिंता मत करे!!!
किसी भी फोन नंबर को पोर्ट कैसे करे?

मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) फीचर्स की मदद से, आप अपना मोबाइल नंबर बदले बिना अच्छे नेटवर्क पर स्विच कर सकते हैं और आपके मोबाइल नंबर को पोर्टेबल कर सकते हैं।
आज के इस पोस्ट में मोबाइल नंबर पोर्टेबल से जुड़ी जानकारी दी है, जिसमे हमने बताया है कि मोबाइल नंबर पोर्टेबल क्या है और फोन नंबर को पोर्ट करने के स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस बताया है।
मोबाइल नंबर पोर्टेबल क्या है? MNP क्या है?
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) एक ऐसी सर्विस या फीचर्स है जो आपको अपना मोबाइल नंबर बदले बिना एक मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर से दूसरे पर स्विच करने का ऑप्शन देता है।
इसका मतलब यह है कि आप नए नंबर के बारे में सभी को सूचित करने की परेशानी के बिना बेहतर नेटवर्क कवरेज, अधिक किफायती योजनाओं या बेहतर सेवाओं का आनंद ले सकते हैं।
पहले कई बार होता था की शुरुआत में किसी नेटवर्क प्रोवाइडर से मोबाइल नंबर लिया लेकिन आपके एरिया में उसका नेटवर्क का प्रोब्लम है या रिचार्ज भी काफी महंगा है और आप अपना फोन नंबर बदलना चाहते है तो आपको काफी परेशानी का सामना करना होता है।
इसी प्रोब्लम का सॉल्यूशन के लिए इंडिया में MNP यानी की मोबाइल नंबर पोर्टेबल को लॉन्च किया गया। जिसकी मदद से इंडिया में कोई भी यूजर आसानी से अपना नेटवर्क प्रोवाइडर पसंद कर सकता है और बदल भी सकता है।
इंडिया में, MNP को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) द्वारा रेगुलेट किया जाता है, और यह प्रोसेस काफी सरल और कुशल है। आपको बस एक यूनिक पोर्टिंग कोड (UPC) और शुरू करने के लिए बेसिक डॉक्यूमेंट की जरूरत है।
फोन नंबर पोर्ट करने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
यहां पर नीचे हमने फोन नंबर को पोर्ट करने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड बताया है…
Recipient ऑपरेटर के sale center पर UPC जनरेट करें। ‘PORT’ word के बाद स्पेस और दस अंकों का मोबाइल नंबर जिसे पोर्ट किया जाना है, उसको 1900 पर SMS करें। UPC सब्सक्राइबर के मोबाइल पर SMS के माध्यम से प्राप्त होगा। यहां पर आपको 8 अंको का UPC एसएमएस में आएगा, जो 4 दिन के लिए वेलिड रहेगा।
अब अपना नया मोबाइल नंबर ऑपरेटर को पसंद करे और उनके सेंटर पर Customer Acquisition Form (CAF) और Porting Form भरे और अपना UPC नंबर बताए। जिसके बाद अपना जरूरी डॉक्यूमेंट दीजिए। आपको MNP सर्विस प्रोवाइडर से एक मैसेज आएगा। जिसमे आपके पोर्टिंग रिक्वेस्ट सबमिशन वेरिफाई किया जाएगा।
लाइसेंस सर्विस एरिया (एलएसए) के भीतर पोर्टिंग में 3 वर्किंग दिवस लगते हैं। एक एलएसए से दूसरे एलएसए में पोर्टिंग में 5 कार्य दिवस लगते हैं। साथ ही, कॉर्पोरेट नंबर के पोर्टिंग के मामले में, पोर्टिंग का समय 5 कार्य दिवस है।
जम्मू और कश्मीर, असम और उत्तर पूर्व लाइसेंस प्राप्त सेवा क्षेत्रों में पोर्टिंग का समय 15 कार्य दिवस तक होगा।
आपको पोर्टिंग की तारीख और समय बताने वाला एक एसएमएस प्राप्त होगा जो रात के समय होता है और अधिकतम 4 घंटे तक कोई सेवा उपलब्ध नहीं होती है।
अपने फ़ोन में नया सिम डालें। वेरिफाई के बाद, आपका मोबाइल नंबर आपके नए सर्विस प्रोवाइडर के नेटवर्क पर एक्टिव हो जाएगा।
Final Conclusion:
दोस्तो आज के इस पोस्ट में हमने आपको फोन नंबर पोर्ट करने के तरीके के बारे में बताया है, जिसमे हमने स्टेप बाय स्टेप गाइड दी है और मोबाइल नंबर पोर्ट से जुड़ी जानकारी दी है।
उम्मीद है की आपको यह जानकारी हेल्पफुल लगी होगी, फिर भी “फोन नंबर पोर्ट कैसे करे?” पोस्ट से जुड़े कोई सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Discover more from हिंदी TechnoGuru
Subscribe to get the latest posts sent to your email.